बिल्व (बिल्वपत्र)

यह मंत्र तो आप सभी ने बिल्वपत्र अर्पण करते सुना ही होगा...त्रिदलं त्रिगुणाकारम त्रिनेत्रम च त्रिधायुधम।
त्रिजन्म पाप संहारकम एक #बिल्वपत्रं शिवार्पणम॥


भगवान "शिव" का अतिप्रिय बिल्वपत्र...इसके पेड़ में माँ लक्ष्मी का निवास माना गया है... वही बिल्वपत्र का पौधा लगाना बड़ा ही शुभकारी माना गया है.....।


अधिकांश रोगों की जड़ (पेट)उदर विकार ही है...... बेल के फल के नियमित सेवन से कब्ज जड़ से समाप्त हो जाती है.... बेल का पका हुआ फल पेट को साफ रखने के अलावा आँतों को भी साफ कर उन्हें ताकत देता है।


बेल की पत्तियों को पीसकर उसके रस का दिन में दो बार सेवन करने से डायबिटीज के मरीज को काफी राहत मिलती है।
तो आइये इस शिवरात्री पर बिल्वपत्र चढ़ाने के साथ बिल्व का पौधा भी लगाये....।